भारतीय नौसेना की हवाई ताकत जल्द ही और मजबूत हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक देश में विकसित किए जा रहे ट्विन इंजन डेक-बेस्ड फाइटर (TEDBF) को अब 5वीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर के तौर पर विकसित किया जा सकता है. यह प्रोजेक्ट रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की निगरानी में चलाया जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार, TEDBF को अब भारतीय वायुसेना के लिए बनाए जा रहे Advanced Medium Combat Aircraft (AMCA) के नौसैनिक संस्करण के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन अगर यह बदलाव होता है, तो यह TEDBF प्रोजेक्ट के लिए बहुत बड़ा अपग्रेड होगा.
4.5 जेनरेशन से 5वीं पीढ़ी की ओर
शुरुआत में, TEDBF को 4.5-जेनरेशन का फाइटर जेट माना जा रहा था. लेकिन अब इसमें स्टेल्थ तकनीक शामिल करने की योजना है, इससे यह 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट की तरह बन जाएगा. इससे यह तकनीकी रूप से AMCA के बराबर हो जाएगा और भविष्य में नौसेना के पुराने MiG-29K जेट की जगह ले सकता है.
ADA इस प्रोजेक्ट का डिज़ाइन तैयार कर रही है और इसका Critical Design Review 2025 की शुरुआत तक पूरा होने की उम्मीद है. इस डिज़ाइन में स्टेल्थ फीचर्स और Internal Weapons Bay (IWB) भी शामिल किया जा सकता है.
कब तक मिलेगी मंजूरी, कब होगा तैयार?
5वीं पीढ़ी के फीचर्स जोड़ने के लिए जेट के डिज़ाइन में बड़े बदलाव किए जाने की संभावना है. इसमें एयर इनटेक का नया डिज़ाइन, पूरे फ्यूसेलाज (ढांचा) में बदलाव और हथियारों को अंदर छिपाकर रखने की व्यवस्था. ये तमाम लेटेस्ट अपडेट इसमें किए जाएंगे.
सूत्रों के मुताबिक, TEDBF प्रोजेक्ट को CCS की मंजूरी 2026 में मिल सकती है. योजना के अनुसार, यह जेट 2030 तक तैयार हो जाएगा, 2032 में इसकी पहली उड़ान होगी और 2036 तक नौसेना में शामिल किया जा सकता है. DRDO सूत्रों का भी कहना है कि प्रोजेक्ट समय पर चल रहा है.
भारतीय नौसेना की रणनीतिक जरूरत
भारतीय नौसेना को स्वदेशी 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान की जरूरत है, खासकर इंडियन ओशन रीजन में अपनी ताकत और चीन के सामने संतुलन बनाए रखने के लिए. दुनिया की बड़ी नौसेनाएं जैसे चीन (J-35) और अमेरिका (F-35) पहले ही स्टेल्थ फाइटर को अपने एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात कर रही हैं. भारत को भी तकनीकी बराबरी के लिए ऐसे ही जेट चाहिए.
यह जेट मल्टीरोल होगा
सूत्रों के मुताबिक शुरुआत में TEDBF में अमेरिका का GE F414 इंजन लगाया जाएगा. भविष्य में इसका स्वदेशी इंजन विकसित करने की योजना है, जो लगभग 110kN की ताकत देगा. यह GE के साथ भारत की इंजन को-डेवलपमेंट डील से मुमकिन होगा.
TEDBF का लक्ष्य लगभग 1,000 किमी का कॉम्बैट रेडियस और मैक 1.6 की टॉप स्पीड है. यह जेट मल्टीरोल होगा यानी यह हवाई लड़ाई, ज़मीन पर हमले और दुश्मन के जहाज़ों को निशाना बनाने जैसे कई मिशन कर सकेगा.
स्टेल्थ डिजाइन और इंटरनल वेपन बे से इसकी मारक क्षमता और बचाव की क्षमता बहुत बढ़ जाएगी. यह जेट गुप्त तरीके से Astra Mk3 एयर-टू-एयर मिसाइल या Rudram सीरीज की मिसाइलें भी ले जा सकेगा.